- Meera Rai
महाशिवरात्रि हिंदुओं का एक प्रसिद्ध पर्व है। इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव का विवाह हुआ था। इस दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाने और व्रत रखने से मनोकामनाएं पू्री होती है। महाशिवरात्रि माघ या फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। लोगों की आस्था है कि इसी दिन दुनिया का जन्म हुआ था।
ऐसी मान्यता है कि महाशिवरात्रि पर्व भगवान शिवशंकर के प्रदोष तांडव नृत्य का महापर्व है। शिव प्रलय के पालनहार हैं और प्रलय के गर्भ में ही प्राणी का अंतिम कल्याण सन्निहित है। शिव शब्द का अर्थ है 'कल्याण' और 'रा' दानार्थक धातु से रात्रि शब्द बना है, तात्पर्य यह कि जो सुख प्रदान करती है, वह रात्रि ही महाशिवरात्रि है।
ऐसी भी मान्यता है कि,
महाशिवरात्रि के दिन ही शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था अतः भक्तजन आज
के दिन ही धूमधाम से शिव जी की बारात निकालते हैं ।
फाल्गुनचतुर्दशी तिथि पर भगवान शिव ने बैरागी जीवन छोड़कर माता पार्वती के संग विवाह करके गृहस्थ जीवन में प्रवेश किया था। इसी वजह से हर वर्ष फाल्गुन चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की खुशी में महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है।
प्रत्येकवर्ष आयोजित होने वाले 12 मासिक उत्सवों में सबसे महत्वपूर्ण, महा शिवरात्रि पर्व उपवास, प्रार्थना और प्रसाद चढ़ाने का समय है।
अधिकांशहिंदू त्योहारों के विपरीत, यह अनूठी घटना रात में मनाई जाती है । यह एक उत्सव का दिन होता है। शून्य के अंधेरे से जीवन के प्रकाश का उत्सव । महा शिवरात्रि एक वार्षिक हिंदू त्योहार है, जो प्रजनन क्षमता और पारिवारिक सद्भाव से जुड़ा है। दो शब्दों से लिया गया - शिव और रत्रि - इसका शाब्दिक अर्थ है "भगवान शिव की रात" और यह महान हिंदू देवता को समर्पित है जो ब्रह्मांड की रचना, रक्षा और परिवर्तन करते हैं ।
महा शिवरात्रि कब है? वर्ष 2023 में &a